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आबकारी विभाग सो रहा चैन की नींद,खुलेआम एमआरपी रेट से ज्यादा दामों में बेची जा रही है शराब

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आबकारी विभाग सो रहा चैन की नींद,खुलेआम एमआरपी रेट से ज्यादा दामों में बेची जा रही है शराब
राजगढ़/ नरसिंहगढ़ के तमाम क्षेत्रों के शराब ठेकों पर एमआरपी से ज्यादा दामों में शराब बेची जा रही है वही एमआरपी से ज्यादा दामों की रेट लिस्ट भी ठेकों पर लगी हुई है। इसके बाद अगर बात की जाए बिल की तो ग्राहकों के बिल मांगने पर उन्हें पुराने लायसेंस के बिल काट कर थमा दिए जाते हैं। नरसिंहगढ़ के तमाम ठेकों पर अधिकतर यह शिकायतें देखने को मिल रही है वहीं कई फुटेज कितने को मिले हैं जिसमें ठेके पर ग्राहकों से बदतमीजी करते हुए देखा जा सकता है।
नहीं है डिजिटल भुगतान की सुविधा
सरकार के द्वारा डिजिटल भुगतान करने के सख्त आदेश है लेकिन नरसिंहगढ़ के तमाम ठेकों पर डिजिटल भुगतान करने के लिए कोई भी क्यूआर कोड या यूपीआई आईडी शराब ठेकों पर उपलब्ध नहीं है ऐसे में यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि शराब ठेकेदार या तो टैक्स चोरी कर रहे हैं या फिर अवैध तरीके से शराब बेच रहे हैं जिसका उल्लेख वह सरकार को नहीं बताना चाहते।
खुलकर बेची जा रही है एमआरपी से कई ज्यादा दामों में शराब
शराब ठेकों पर खुलकर एमआरपी से ज्यादा दामों में शराब बेची जा रही है अभी कुछ दिनों पहले ही बायपास स्थित शराब ठेके का चालान काटा गया था लेकिन इसके बावजूद भी इन शराब ठेकों पर एमआरपी से अधिक दामों में शराब बेची जा रही है और ऑब्जेक्शन लेने पर ग्राहकों के साथ बदतमीजी और गाली गलौज भी की जा रही है ।
रेट लिस्ट में भी गफलत
सरकार के नियमानुसार शराब ठेकों पर रेट लिस्ट लगाना लगाना अनिवार्य है लेकिन उससे उलट नरसिंहगढ़ की शराब ठेकों पर जो रेट लिस्ट लगी है वह शराब की एमआरपी से ज्यादा की रेट लिस्ट लगी हुई है वही कई ठेकों पर अभी रेट लिस्ट भी नहीं लगाई गई है।
नहीं देते हैं कोई बिल
सरकार के द्वारा सभी शराब के को को हिदायत दी गई थी कि ग्राहकों को शराब के पक्के बिल दिए जाएं यह सभी शराब ठेकों के लिए कंपलसरी किया गया था लेकिन नरसिंहगढ़ शराब ठेकों के हाल अलग है यहां पर शराब ज्यादा दामों में तो मिलती ही है लेकिन बिल भी ग्राहकों को नहीं दिए जाते दिल मांगने पर ग्राहकों के साथ बदसलूकी की जाती है और तो और टैक्स बचाने के चक्कर में पुराने लाइसेंस की बिल बुक ही इस्तेमाल कर रहे हैं?

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